याद आता है तुम्हारा चेहरा हो जाते फिरसे चलने को तैयार। याद आता है तुम्हारा चेहरा हो जाते फिरसे चलने को तैयार।
तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है… तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है…
तुम्हारा पता तुम्हारा पता
मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़ मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़
तुम्हारा आकाश तुम्हारा आकाश
अपनी आखिरी सांस तक मुझे अपने आशीर्वचनों से नवाजना, अपनी आखिरी सांस तक मुझे अपने आशीर्वचनों से नवाजना,